ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ नई नीति का ऐलान, मोदी ने दी पाकिस्तान को सख्त चेतावनी

ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ नई नीति का ऐलान, मोदी ने दी पाकिस्तान को सख्त चेतावनी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक मोड़ बताते हुए साफ किया कि यह सिर्फ स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं। राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी आतंकी हमले का करारा जवाब दिया जाएगा और भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से आगे किसी भी आतंकी या सैन्य दुस्साहस की गैर-मौजूदगी की गारंटी मिलने पर ही यह ऑपरेशन स्थगित किया गया है। प्रधानमंत्री के अनुसार, पाकिस्तान के हर कदम की अब सख्त निगरानी होगी और भारत की नीति अब पूरी तरह से स्पष्ट है।
“भारत ने उजाड़े आतंक के हेडक्वार्टर्स”
प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की हत्या को अपनी व्यक्तिगत पीड़ा बताया और कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर मिटाया, इसलिए भारत ने उनके आतंकी अड्डों को खंडहर बना दिया। उन्होंने कहा कि भारत की सेना ने आतंकवाद के हेडक्वार्टर्स और ट्रेनिंग कैंपों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने इन आतंकी ठिकानों को वैश्विक आतंकवाद की यूनिवर्सिटी बताया और इनका संबंध न्यूयॉर्क के 9/11 और लंदन ट्यूब धमाकों से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि भारत ने उन आतंकियों और उनके आकाओं को खत्म कर दिया जो दशकों से पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर बना आतंक के खिलाफ ‘न्यू नॉर्मल’
मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई नीति का हिस्सा है। इसमें हर आतंकी हमले का जवाब, न्यूक्लियर ब्लैकमेल को नकारना, और पाकिस्तान सरकार व आतंकी आकाओं को एक ही नजर से देखना शामिल है। उन्होंने कहा, “अब यही नया सामान्य (New Normal) है।”
कश्मीर पर न बात होगी, न मध्यस्थता
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर अब न बातचीत होगी और न किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार की जाएगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ अब सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POJK) पर ही चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री ने यह भी दोहराया कि शांति का मार्ग शक्ति से होकर जाता है और भारत ने अपनी शक्ति दिखा दी है।