बस्तर सांसद महेश कश्यप ने उठाई झीरम कांड की पुनः जांच की मांग, लखमा के नार्को टेस्ट की भी वकालत

“झीरम हमले की साजिश कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी का नतीजा: बस्तर सांसद महेश कश्यप“
जगदलपुर। झीरम घाटी नक्सली हमले की बरसी पर बस्तर सांसद महेश कश्यप ने इसे कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि इस भीषण हमले में प्रदेश कांग्रेस के एक गुट को निशाना बनाया गया, जबकि दूसरे गुट के नेताओं को नक्सलियों ने अजीब तरह की ‘हमदर्दी’ दिखाई, जो गंभीर संदेह उत्पन्न करती है।
सांसद महेश कश्यप ने पीसीसी चीफ दीपक बैज के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बैज राजनीति की दुकान चलाने में लगे हैं और झीरम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भी सस्ती राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने झीरम हमले के समय पूर्व मंत्री कवासी लखमा की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनके नार्को टेस्ट की मांग की है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस हमले के मास्टरमाइंड नक्सली गगन्ना उर्फ बासवराजू को ढेर किया गया, और अब इस कांड की सच्चाई को जनता के सामने लाने का समय आ गया है। महेश कश्यप ने बताया कि वे शीघ्र ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर झीरम हमले की निष्पक्ष और गहन जांच की मांग करेंगे।
सांसद ने झीरम मेमोरियल में कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए घोटालों पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने शहीदों के स्मारक तक को नहीं छोड़ा। रखरखाव में भ्रष्टाचार कर इस पवित्र स्थल का अपमान किया गया है।
महेश कश्यप ने कहा कि डबल इंजन की सरकार न केवल नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही है, बल्कि झीरम कांड की सच्चाई को सामने लाकर दोषियों को सजा भी दिलाएगी, जिससे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी।