55 स्कूलों को बंद करने के फैसले पर कांग्रेस का हल्ला बोल: बकावंड में रैली निकालकर शिक्षा कार्यालय का घेराव, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन


55 स्कूलों को बंद करने के फैसले पर कांग्रेस का हल्ला बोल: बकावंड में रैली निकालकर शिक्षा कार्यालय का घेराव, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
बकावंड। प्रदेश में चल रहे स्कूल युक्तियुक्तकरण योजना के विरोध में बुधवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बकावंड और करपावंड के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने “युक्तियुक्तकरण बंद करो” के नारों के साथ अनुविभागीय मुख्यालय बकावंड में रैली निकालकर खंड शिक्षा कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा सरकार बस्तर के आदिवासी इलाकों में शिक्षा को खत्म करने की साजिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बस्तर जिले के 373 स्कूलों को बंद करने की योजना के तहत बकावंड ब्लॉक के 55 स्कूल भी शामिल हैं। यह कदम आदिवासी बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखने और बस्तर को कॉरपोरेट घरानों के हवाले करने की साजिश है।
अध्यक्ष ने यह भी बताया कि भाजपा सरकार राज्य में 10,463 स्कूलों को बंद करने जा रही है। जबकि विधानसभा चुनाव से पहले उसने 57 हजार रिक्त शिक्षकों के पद भरने का वादा किया था। अब सरकार न केवल अपना वादा तोड़ रही है, बल्कि 45 हजार शिक्षकों के पद समाप्त कर रही है, जिससे शिक्षा व्यवस्था पर संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण से स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधरेगी नहीं, बल्कि शिक्षकों को इधर-उधर स्थानांतरित कर परेशान किया जाएगा। इससे न केवल शिक्षक, बल्कि भृत्य, रसोइया, स्वीपर, मध्यान्ह भोजन बनाने वाली महिलाएं और स्व-सहायता समूहों की आजीविका भी खतरे में पड़ जाएगी।
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर स्कूलों को बंद करने की योजना वापस नहीं ली गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।