15वें वित्त की राशि में बड़ा फर्जीवाड़ा: बकावंड जनपद की पंचायत में लाखों का गबन, उड़िया पाल में बिना कार्य हुए भुगतान!



15वें वित्त की राशि में बड़ा फर्जीवाड़ा: बकावंड जनपद की पंचायत में लाखों का गबन, उड़िया पाल में बिना कार्य हुए भुगतान!

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भुजवल बघेल की रिपोर्ट :- बकावंड, 3 जून 2025, बकावंड जनपद की कई ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त आयोग की राशि के दुरुपयोग और फर्जी भुगतान का गंभीर मामला उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार, पंचायतों में मुक्तिधाम शेड और बाजार शेड निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपये का गबन किया गया है।
सबसे गंभीर मामला ग्राम पंचायत उड़िया पाल से सामने आया है, जहां मुक्तिधाम शेड निर्माण के नाम पर 1 लाख रुपये का भुगतान दिखाया गया, जबकि ग्रामीणों के अनुसार, वहां न तो कोई निर्माण कार्य हुआ है और न ही ऐसी कोई शुरुआत हुई। वहीं बाजार शेड निर्माण के नाम पर 49,500 रुपये का भुगतान भी दर्शाया गया है, जिसे ग्रामीण पूरी तरह फर्जी बता रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि 8 अक्टूबर 2024 को एक अन्य ग्राम पंचायत में भी करीब 1 से 1.5 लाख रुपये की राशि फर्जी भुगतान के जरिए शिवलाल बिसाई और अर्जुन सेठिया के नाम से आहरित कर हड़प ली गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस पूरे घोटाले के पीछे पंचायत सचिव और सरपंच की मिलीभगत है। सचिव द्वारा योजनाओं के भुगतान प्रस्ताव पर सील और हस्ताक्षर करवाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बकावंड ब्लॉक की कई पंचायतों में सरपंच अपेक्षाकृत कम पढ़े-लिखे हैं, और इसी का फायदा उठाकर सचिव मनमानी कर रहे हैं।
बस्तर डगर वेब पोर्टल की टीम लगातार इस मामले की तह तक जांच कर रही है। शुरुआती संकेतों के अनुसार, आने वाले दिनों में इसी तरह के और भी घोटाले बकावंड क्षेत्र की कई अन्य पंचायतों से सामने आ सकते हैं।
जनपद सीईओ को सूचना दे दी गई है। अब निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं — क्या दोषियों पर सख्त कार्यवाही होगी या फिर यह मामला भी फाइलों में दब जाएगा?
संपर्क में रहें बस्तर डगर के साथ — सच के रास्ते पर।