20 ज्ञापन, फिर भी नहीं खुदा एक भी नलकूप : उपसरपंच पूरन सिंह कश्यप का फूटा आक्रोश, PHE विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

20 ज्ञापन, फिर भी नहीं खुदा एक भी नलकूप : उपसरपंच पूरन सिंह कश्यप का फूटा आक्रोश, PHE विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

बस्तर, 03 जुलाई 2025 —बस्तर जिले की ग्राम पंचायत बड़े चकवा के उपसरपंच पूरन सिंह कश्यप ने पेयजल संकट को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों में विभाग को 20 से अधिक ज्ञापन देने के बावजूद आज तक गांव में एक भी नलकूप नहीं खनन हुआ, जिससे ग्रामीणों को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
पूरन सिंह ने बताया कि बड़े चकवा के नया पारा, खाले पारा, छेपड़ापारा और ओड़ारमुंडी पारा जैसे मोहल्लों में महिलाएं और बच्चे आज भी मीटरों दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं। जल जीवन मिशन के तहत बनी पानी की टंकी निष्क्रिय पड़ी है, और पुराने बोर से जोड़ने की जबरदस्ती ने आपूर्ति को और बाधित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जब तीन बार के विधायक लखेश्वर बघेल खुद जल संकट के मुद्दे को लेकर धरने पर बैठे, तब उन्होंने विभागीय कार्यालय के सामने 15 पन्नों का ज्ञापन पढ़कर सुनाया। लेकिन अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देकर टालने की कोशिश की, जिसके बाद विधायक को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा और विधानसभा स्तर पर निर्देश देना पड़ा।
“जब एक वरिष्ठ विधायक की बात अनसुनी की जा रही है, तो आम ग्रामीणों की कौन सुनेगा?” — उपसरपंच ने सवाल उठाया।
पूरन सिंह ने यह भी कहा कि अब समय चुप बैठने का नहीं है। उन्होंने ग्रामीणों से अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर प्रशासन को जवाबदेह बनाने की अपील की।
“हक़ मांगा नहीं जाता, लिया जाता है।” — इसी नारे के साथ उपसरपंच ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया।
यह मामला बस्तर में जमीनी स्तर पर पेयजल संकट और प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है, जिस पर अब प्रदेश सरकार और PHE विभाग को जवाब देना होगा।