छत्तीसगढ़ की पहली हिंदी फिल्म ‘जानकी-भाग 1’ विवादों में, सेंसर बोर्ड ने रोकी रिलीज – निर्माता मोहित साहू बोले, “हाईकोर्ट जाऊंगा पर नाम नहीं बदलूंगा”

रायपुर, 12 जून 2025 – छत्तीसगढ़ में बनी पहली हिंदी फिल्म ‘जानकी-भाग 1 (Janki Chapter 1)’ इन दिनों एक नए विवाद का केंद्र बन गई है। फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिला है और कारण बना है फिल्म का टाइटल ‘जानकी’। बोर्ड ने नाम पर आपत्ति जताते हुए फिलहाल सर्टिफिकेट जारी करने से इनकार कर दिया है।
इस फैसले के विरोध में फिल्म के प्रोड्यूसर मोहित साहू ने सोशल मीडिया पर खुलकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मुंबई से एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “जानकी का सेंसर सर्टिफिकेट अटका दिया गया है। सेंसर बोर्ड ने ‘जानकी’ नाम पर सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है। लेकिन मैं इसी नाम से फिल्म रिलीज करूंगा।”
सिर्फ इतना ही नहीं, मोहित साहू ने फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए एक लंबा नोट भी लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि, “लगता है सेंसर बोर्ड पुरुष प्रधान हो गया है। कहा जा रहा है कि ‘जानकी’ नाम हटाओ, तभी प्रमाणपत्र मिलेगा। लेकिन मैं अपनी कहानी की हत्या क्यों करूं? ‘जानकी’ नाम से कहानी लिखकर क्या गलती कर दी? मेरी फिल्म की नायिका का नाम जानकी है, यह कोई अपराध नहीं।”
मोहित साहू ने बताया कि अब वे रिवाइजिंग कमेटी में अपील करेंगे और अगर वहां से भी न्याय नहीं मिला, तो वे हाईकोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने दोहराया कि चाहे कुछ भी हो जाए, फिल्म ‘जानकी’ नाम से ही रिलीज होगी।
इस मुद्दे पर अब छत्तीसगढ़ की फिल्म इंडस्ट्री में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं और फिल्म जगत से जुड़े लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। फिलहाल सभी की निगाहें सेंसर बोर्ड की अगली कार्रवाई और रिवाइजिंग कमेटी के निर्णय पर टिकी हैं।
‘जानकी-भाग 1’ को लेकर यह विवाद एक बड़ी बहस को जन्म दे रहा है – क्या रचनात्मक स्वतंत्रता और महिला पात्रों के नामकरण पर भी अब सेंसर की कैंची चलेगी?