सुशासन तिहार के तहत कोसमी में समाधान शिविर, 2495 में से 2493 समस्याओं का हुआ त्वरित निराकरण, जनप्रतिनिधियों की रही सक्रिय भागीदारी



” सुशासन तिहार के तहत कोसमी में समाधान शिविर, 2495 में से 2493 समस्याओं का हुआ त्वरित निराकरण, जनप्रतिनिधियों की रही सक्रिय भागीदारी”

० सांसद महेश कश्यप का कांग्रेस पर तीखा हमला, बोले– गोबर, कोयला, चावल जैसे घोटालों से छत्तीसगढ़ को किया बर्बाद, अब भाजपा सरकार ला रही है विकास की नई रोशनी’
(डमरू कश्यप)! बकावंड ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कोसमी (एकटा गुड़ा) में सुशासन तिहार एवं समाधान शिविर का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। इस शिविर में बकावंड ब्लॉक के बकावंड, कोसमी, भेजरीपदर, दशापाल, राजनगर, सरगीपाल, मसगांव, कोरटा, तुंगापाल, नलपावंड, पीठापुर सहित अनेक ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने भाग लिया और अपनी समस्याएं अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखीं।
शिविर में कुल 2495 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2493 का त्वरित निराकरण किया गया, केवल 2 आवेदन लंबित रह गए। यह त्वरित कार्यवाही शासन की गंभीरता और तत्परता को दर्शाती है।
इस अवसर पर बस्तर सांसद महेश कश्यप, पूर्व विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, पूर्व मंडल अध्यक्ष परिस बेसरा, जनपद पंचायत अध्यक्षा सोनबारी भद्रे, जनपद उपाध्यक्ष तरुण कुमार पांडे, पूर्व मंडल अध्यक्ष धनुर्जय कश्यप, मंडल अध्यक्ष पितांबर कश्यप, जिला पंचायत सदस्य बनवासी मौर्य, जितेंद्र पानीग्राही, हेमकांत सिंह ठाकुर, सरगीपाल मंडल अध्यक्ष पुरषोत्तम जोशी, ग्राम पंचायत सरपंच नीलम कश्यप,रीमाधर बघेल,पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित त्रिवेदी, सत्यप्रकाश गुप्ता, रणवीर सिंह वैश समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
सभा को संबोधित करते हुए सांसद महेश कश्यप ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि– “गोबर घोटाला, कोयला घोटाला, चावल घोटाला, गौठान घोटाला… कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को घोटालों की भेंट चढ़ा दिया था। बिजली, सड़क, पुल-पुलिया जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं थी। लेकिन जबसे भाजपा सरकार बनी है, हमने पूरे क्षेत्र में विकास का जाल बिछा दिया।”
उन्होंने आगे कहा– “60 साल तक कांग्रेस शासन ने प्रदेश को पीछे धकेला, जबकि हमने अटल बिहारी वाजपेयी के विजन को आगे बढ़ाते हुए गांव-गांव तक सुशासन पहुँचाया है।”
शिविर के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे और मौके पर ही समस्याओं का समाधान किया गया। जनपद सीईओ पारेश्वर कुर्रे की भी उपस्थिति अपेक्षित थी,
इस तरह समाधान शिविर न सिर्फ ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने और सुलझाने का मंच बना, बल्कि यह भी साबित किया कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता जनता के साथ सीधा संवाद और त्वरित समाधान है।