ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने सहकारिता तंत्र को बनाएं अधिक प्रभावी : कलेक्टर हरिस एस

बस्तर संभाग के सभी जिलों के नोडल अधिकारियों और शाखा प्रबंधकों की समीक्षा बैठक में दिए दिशा-निर्देश
जगदलपुर, 23 जुलाई 2025/ कलेक्टर बस्तर एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्राधिकृत अधिकारी हरिस एस ने सहकारिता तंत्र को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए इसे और सशक्त बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन के “सहकार से समृद्धि” के लक्ष्य को साकार करने के लिए कृषि और कृषि से जुड़ी गतिविधियों—जैसे उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन आदि—में किसानों और ग्रामीणों को अधिक से अधिक ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाए।
बुधवार को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रधान कार्यालय जगदलपुर में आयोजित संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों के नोडल अधिकारियों और शाखा प्रबंधकों को निर्देशित किया कि किसानों के ऋण प्रकरणों की समयबद्ध स्वीकृति और वितरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विभागीय समन्वय के साथ ऋण वसूली में भी ठोस पहल करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर हरिस एस ने अधिकारियों को ग्रामीण युवाओं को शासन की स्वरोजगार योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने पर विशेष जोर देने कहा। बैठक में खरीफ सीजन 2025 के अंतर्गत ऋण वितरण, वर्ष 2024-25 की ऋण वसूली, पैक्स कम्प्यूटराईजेशन की प्रगति, समितियों में खाद-बीज का भंडारण एवं वितरण, केसीसी के अंतर्गत स्वीकृत ऋण, एग्री स्टेक पंजीयन और लेखा मिलान की बिंदुवार समीक्षा की गई।
उन्होंने निर्देशित किया कि उद्यानिकी, गौपालन, कुक्कुटपालन, मत्स्यपालन जैसे प्रकरणों का परीक्षण कर पात्र एवं अपात्र हितग्राहियों का शीघ्र चिन्हांकन किया जाए और समय-सीमा में निराकरण हो। सभी कालातीत ऋणी व्यक्तियों से सौ फीसदी वसूली सुनिश्चित की जाए और मांग के अनुरूप खाद-बीज की आपूर्ति समय पर की जाए।
इस समीक्षा बैठक में उपायुक्त सहकारी संस्थाएं डॉ. उषा ध्रुव, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंवर सिंह ध्रुव, अतिरिक्त सीईओ एसए रजा, मुख्य लेखापाल प्रदीप मजूमदार, मार्केटिंग ऑफिसर एसके कनौजिया सहित सभी जिलों के नोडल अधिकारी और शाखा प्रबंधक उपस्थित रहे।