छत्तीसगढ़ विमानन विभाग में बड़ी कार्रवाई: हेलिकॉप्टर हादसे के बाद तत्कालीन चीफ पायलट पंकज जायसवाल की सेवाएं समाप्त

DGCA रिपोर्ट में मेंटेनेंस में भारी लापरवाही का खुलासा, हादसे में दो पायलटों की हुई थी मौत
रायपुर, 9 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य विमानन विभाग के मुख्य सलाहकार और तत्कालीन चीफ पायलट पंकज जायसवाल की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। यह निर्णय डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की उस जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है, जिसमें माना एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग के पीछे गंभीर लापरवाही और रखरखाव में भारी खामियों की पुष्टि हुई थी।
बताया जा रहा है कि 12 मई 2022 को रायपुर के माना एयरपोर्ट पर अगस्ता A109E हेलिकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग हुई थी, जिसमें कैप्टन एपी श्रीवास्तव और कैप्टन गोपाल कृष्ण पांडा की दर्दनाक मौत हो गई थी। DGCA की विस्तृत जांच में यह सामने आया कि हेलिकॉप्टर की मरम्मत और रखरखाव बेहद लचर था, समय पर जरूरी पुर्जों का भी बदलाव नहीं किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सिस्टम में भारी खामियां थीं, जिन्हें नजरअंदाज किया गया।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान 62 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पंकज जायसवाल को संविदा नियुक्ति न देकर तीन लाख रुपये मासिक वेतन पर मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया था। लेकिन DGCA की रिपोर्ट आने के बाद विमानन विभाग ने हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की जांच शुरू की थी। तीन साल की लंबी जांच के बाद अब जायसवाल पर कार्रवाई करते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
फिलहाल छत्तीसगढ़ में कोई भी शासकीय हेलिकॉप्टर उपलब्ध नहीं है। यह हादसा राज्य की सरकारी विमानन प्रणाली की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।