सुशासन तिहार 2025 : दुबे उमरगांव और बड़े जिराखाल में समाधान शिविर, हजारों आवेदन हुए निराकृत

सुशासन तिहार 2025 : दुबे उमरगांव और बड़े जिराखाल में समाधान शिविर, हजारों आवेदन हुए निराकृत
जगदलपुर, 09 मई। सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत बस्तर जिले के विकासखंड बस्तर और बकावंड के ग्राम पंचायतों में समाधान शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में हजारों ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर आवेदन दिए, जिनमें अधिकांश का मौके पर ही समाधान कर दिया गया।
दुबे उमरगांव में 5215 आवेदन हुए निराकृत
विकासखंड बस्तर के दुबे उमरगांव में आयोजित समाधान शिविर में 12 पंचायतों—तारागांव, मुंजला, फाफनी, देवड़ा, सोनारपाल, चपका, खोरखोसा, दुबे उमरगांव, गुफनी, बालेंगा, उसरी और टिकनपाल—को शामिल किया गया। कुल 5219 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 5215 का मौके पर निराकरण कर दिया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुए।
बड़े जिराखाल में भी हुआ शिविर, 2059 मामलों का समाधान
- बकावंड विकासखंड के ग्राम बड़े जिराखाल में आयोजित समाधान शिविर में कुल 16 ग्राम पंचायतों को सम्मिलित किया गया। शिविर में 2763 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2059 का तत्काल निराकरण किया गया। शेष 37 आवेदन लंबित हैं। यहां भी सबसे ज्यादा आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े थे।
- सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष हुए शामिल
- बड़े जिराखाल के शिविर में महेश कश्यप ने कहा कि सुशासन तिहार आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में फ्लोराइडयुक्त पानी की समस्या गंभीर है, जिसके समाधान हेतु कोसरटेडा बांध से जल आपूर्ति की मांग रखी गई है। कार्यक्रम में पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, एसडीएम ऋषिकेश तिवारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
दुबे उमरगांव के शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप ने कहा कि सरकार की पहल से आम जनता को जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी और समाधान एक ही मंच पर मिल रहा है। इस मौके पर हितग्राहियों को प्रमाण पत्र और योजना से जुड़ी सामग्रियों का वितरण भी किया गया।
विभागीय योजनाओं की दी गई जानकारी
दोनों शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का विभागीय स्तर पर समाधान करने की जानकारी दी और योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।