बस्तर में वन भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ वन मंत्री केदार कश्यप का सख्त रुख, जेसीबी चलाकर हटाया गया अवैध कब्जा, अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी

बस्तर में वन भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ वन मंत्री केदार कश्यप का सख्त रुख, जेसीबी चलाकर हटाया गया अवैध कब्जा, अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी
जगदलपुर। बस्तर जिले में वन भूमि पर बढ़ते अवैध कब्जों को लेकर अब सरकार ने सख्ती दिखाई है। वन मंत्री केदार कश्यप ने भानपुरी, बस्तर और करपावंड परिक्षेत्र में अतिक्रमण की शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लेते हुए बस्तर सीसीएफ और डीएफओ को तलब किया और उदासीनता नहीं बरतने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाए, साथ ही पूरी रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत की जाए।
कब्जा हटाने मैदान में उतरे अधिकारी, जेसीबी से हटाया गया अतिक्रमण
वन मंत्री के निर्देश के बाद विभाग सक्रिय हुआ और रविवार को सुबह से ही वन अमला गांव-गांव गश्त पर निकल पड़ा। अतिक्रमण के विरुद्ध मुनादी कराई गई और चेतावनी दी गई कि आदतन जंगल जुताई करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। बकावंड रेंज के उलनार बीट, बस्तर परिक्षेत्र के कुगारपाल सर्किल, और चेराकुर वन क्षेत्र में मौके पर जाकर वन अधिकारियों, कर्मचारियों और ग्रामीणों ने मिलकर अतिक्रमण का निरीक्षण किया।
करपावंड में कार्रवाई के दौरान मेढ़ किया गया समतल, बनाए जा रहे जल संरचनाएं
वन परिक्षेत्र करपावंड के मोकागांव बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 1146 व 166 में किए गए अतिक्रमण पर सीसीएफ आरसी दुग्गा और डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता ने निरीक्षण कर मौके पर मौजूद मेढ़ को जेसीबी से समतलीकरण करने और भू-जल संरक्षण के तहत कंटॉवर ट्रेंच बनाने के निर्देश दिए। इसके तहत रविवार को वन प्रबंधन समिति, परिसर रक्षक और वनकर्मियों की टीम ने मिलकर कार्य शुरू कर दिया है। अन्य अतिक्रमण स्थलों पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
मुखबिर तैनात, आदतन अतिक्रमणकारियों पर नजर
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि जो ट्रैक्टर मालिक या वाहन संचालक लगातार जंगल की जुताई करते पाए जाएंगे, उनकी पहचान कर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इस क्रम में मुखबिरों की मदद से निगरानी भी रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह का अवैध कृत्य पकड़ से बाहर न रह जाए।
वन मंत्री का दो टूक संदेश: अवैध कब्जा करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा
मामले को लेकर वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा, “बस्तर की वन भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध कार्य अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो लोग कब्जा कर बैठे हैं, वे स्वेच्छा से भूमि खाली करें, नहीं तो सरकार कानून के तहत सख्त कार्रवाई करेगी। शासन की मंशा स्पष्ट है – वन भूमि को अतिक्रमणमुक्त बनाना।”
बस्तर में इस तेज़ कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप है, वहीं ग्रामीणों में वन मंत्री के सक्रिय और संवेदनशील रवैये से संतोष देखा जा रहा है।