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ईडी ने सुकमा में कांग्रेस कार्यालय और कवासी लखमा की संपत्तियों को किया अटैच

ईडी ने सुकमा में कांग्रेस कार्यालय और कवासी लखमा की संपत्तियों को किया अटैच


रायपुर।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे की संपत्तियों के साथ-साथ सुकमा में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय भवन को अटैच कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। ईडी की ओर से जल्द ही इस संबंध में औपचारिक बयान जारी किया जा सकता है।

जिन संपत्तियों को अटैच किया गया है, उनमें सुकमा स्थित लखमा का निवास और रायपुर के धरमपुरा स्थित उनका बंगला शामिल है।

यह कार्रवाई 28 दिसंबर 2024 को कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी के ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद की गई है। ईडी की टीम ने रायपुर के धरमपुरा स्थित लखमा के बंगले की तलाशी ली थी, और उनके बाहर खड़ी कार की भी जांच की थी।

सुकमा जिले में लखमा के करीबी सुशील ओझा (चौबे कॉलोनी), हरीश लखमा और सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घरों पर भी छापे मारे गए थे।

छापे के दौरान कवासी लखमा से ईडी कार्यालय रायपुर में करीब आठ घंटे तक पूछताछ की गई थी।

शराब घोटाले से जुड़ी इस जांच के बाद कवासी लखमा ने किसी भी प्रकार की गलतdoing से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि वह किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आते और उनके पास केवल 2009 में खरीदी गई जगदलपुर में 2 एकड़ जमीन है।

लखमा ने बताया कि वे कभी वार्ड सदस्य या सरपंच नहीं रहे। कांग्रेस में आने से पहले वे तोरा, महुआ और इमली के व्यापार से जुड़े थे।

उन्होंने यह भी कहा कि वे लगातार सुकमा से चुनाव जीतते आ रहे हैं, जहां पिछले 15 साल से बीजेपी जीत नहीं सकी है, और उन्होंने न्यायपालिका पर भरोसा जताया।

पहले की रिपोर्टों में ईडी ने दावा किया था कि शराब घोटाले में हर महीने 50 लाख रुपये की वसूली की जा रही थी।
कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को चुनाव से पहले की राजनीतिक साजिश बताया है।

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