जिले में पेयजल स्रोतों का क्लोरीनेशन अभियान तेज़: 5800 से अधिक हैंडपंपों का हो चुका क्लोरीनेशन, ग्रामीणों को दी जा रही स्वास्थ्य सलाह


जिले में पेयजल स्रोतों का क्लोरीनेशन अभियान तेज़: 5800 से अधिक हैंडपंपों का हो चुका क्लोरीनेशन, ग्रामीणों को दी जा रही स्वास्थ्य सलाह
जगदलपुर! वर्षा ऋतु के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जिलेभर में जल स्रोतों के क्लोरीनेशन का सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत अब तक जिले में स्थापित कुल 8309 हैंडपंपों में से 5816 हैंडपंपों का क्लोरीनेशन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही जिले की सभी 189 नल-जल योजनाओं का भी क्लोरीनेशन किया जा चुका है।
कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जगदलपुर, एचएस मरकाम ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर हरिस एस के निर्देश पर वर्षा पूर्व सभी हैंडपंपों का संधारण कार्य पूरा किया गया है। इस दौरान जिन हैंडपंपों में मरम्मत की आवश्यकता थी, उन्हें दुरुस्त किया गया और जहां राइज़र पाइप की जरूरत थी, वहां नई पाइपें लगाई गईं। क्लोरीनेशन कार्य तेजी से जारी है और शेष हैंडपंपों को शीघ्र ही शामिल किया जाएगा। इसके लिए मैदानी अमले में तकनीशियनों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
ग्रामीणों को जलजनित बीमारियों से बचाने के लिए विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें मैदानी अमले द्वारा ग्रामीणों को स्वच्छता, शुद्ध पेयजल के सेवन, गर्म एवं ताजा भोजन खाने और बीमारी के लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा कुओं व अन्य जलस्रोतों के शुद्धिकरण के लिए ग्रामीणों को ब्लीचिंग पाउडर भी वितरित किया जा रहा है।
विभाग की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया, उल्टी-दस्त और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम में मदद मिल रही है। विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे केवल क्लोरीनयुक्त या उबले हुए पानी का ही उपयोग करें और अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करें।