केयरएज रैंकिंग में छत्तीसगढ़ की बड़ी छलांग: शासन, समाज और अर्थव्यवस्था में शानदार सुधार, टॉप-11 राज्यों में जगह बनाई

केयरएज रैंकिंग में छत्तीसगढ़ की बड़ी छलांग: शासन, समाज और अर्थव्यवस्था में शानदार सुधार, टॉप-11 राज्यों में जगह बनाई
रायपुर,! केयरएज स्टेट रैंकिंग 2025 में छत्तीसगढ़ ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए देश के बड़े राज्यों की सूची में अपनी रैंकिंग को तीन स्थान तक बेहतर किया है। वर्ष 2023 की तुलना में राज्य का समग्र स्कोर 6.1 अंकों की वृद्धि के साथ 34.8 से बढ़कर 40.9 हो गया है। इसी के साथ छत्तीसगढ़ देश के 17 बड़े राज्यों के समूह में 14वें स्थान से 11वें स्थान पर पहुंच गया है। यह प्रदर्शन शासन, सामाजिक संकेतकों और आर्थिक मजबूती में व्यापक सुधार का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह ‘टीम छत्तीसगढ़’ की एकजुट मेहनत और जनसेवा की भावना का नतीजा है। शासन में पारदर्शिता, सेवा की गति और नागरिकों की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है। सामाजिक क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीब कल्याण पर विशेष जोर दिया गया है, जबकि आर्थिक क्षेत्र में निवेश और रोजगार को बढ़ावा मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा, “केयरएज की यह रिपोर्ट हमारे काम की आंकड़ों में मान्यता है। हमने हर क्षेत्र में सुधार की नीति अपनाई है।”
रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ ने आर्थिक प्रदर्शन में 9.9 अंकों की वृद्धि दर्ज की है। 2023 में 12वें स्थान पर रहा राज्य अब 2025 में 7वें स्थान पर आ गया है। यह उपलब्धि औद्योगिक नीति, निवेश प्रोत्साहन और बेहतर वित्तीय प्रबंधन की वजह से संभव हुई है। राजस्व संग्रहण, जीएसटी में वृद्धि और पारदर्शी बजट प्रबंधन ने राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है।
शासन-प्रशासन के क्षेत्र में भी राज्य ने 14.2 अंकों की बड़ी छलांग लगाई है। सार्वजनिक सेवा, कानून व्यवस्था और डिजिटल गवर्नेंस में सुधार इसके प्रमुख कारक हैं। सामाजिक क्षेत्र में 17.8 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है, जो साक्षरता, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और आय-समानता जैसे क्षेत्रों में की गई प्रगति को दर्शाता है।
2025 में 50 संकेतकों के आधार पर मूल्यांकन हुआ, जबकि 2023 में यह संख्या 46 थी। इन दो वर्षों में छत्तीसगढ़ ने शासन, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में ठोस और सकारात्मक बदलाव किए हैं। राज्य अब राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में तेजी से उभर रहा है, और निकट भविष्य में देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल होने की दिशा में बढ़ रहा है।