बकावंड ब्लॉक में चना वितरण घोटाला! ग्रामीणों ने फूड विभाग पर लगाए गंभीर आरोप, कलेक्टर से मांगी कार्रवाई, उग्र आंदोलन की चेतावनी

!गरीबों के राशन पर डाका! विक्रेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से चना बेचने का खुलासा, ग्रामीणों ने दर्ज कराई शिकायत
(डमरू कश्यप)! जगदलपुर/बकावंड! इन दिनों प्रदेश और केंद्र सरकारें गरीब परिवारों के लिए राशन की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित कर रही हैं, वहीं बकावंड ब्लॉक में राशन वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। जानकारी के अनुसार, शासन द्वारा जनवरी से अप्रैल तक चना वितरण के लिए 08 पैकेट प्रति राशन कार्ड हितग्राही को भेजा गया था, किंतु विक्रेताओं द्वारा हितग्राहियों को केवल 04 पैकेट ही वितरित किए गए।
ग्रामीणों पीलूराम भारती, रेवती पटेल, जयराम भारती, बृजलाल सेठिया, नरसिंह पुजारी,फरसु गोयल, शेरसिंह बघेल,धनमत,आदि लोगों का आरोप है कि हितग्राहियों को पूरी जानकारी न होने का लाभ उठाकर विक्रेताओं ने शासन द्वारा उपलब्ध मशीन में ऑनलाइन पूरी मात्रा की एंट्री कर ली। बचा हुआ चना फूड विभाग के अधिकारियों और विक्रेताओं की मिलीभगत से स्थानीय व्यापारियों को 45 से 50 रुपये प्रति किलो की दर से बेच दिया गया और इसकी राशि का गबन कर लिया गया।
इस अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर और फुड विभाग से शिकायत की है। कलेक्टर से मुलाकात न हो पाने के कारण ग्रामीणों ने आवक-जावक शाखा में आवेदन देकर अपनी मांगें दर्ज कराई हैं। फिलहाल बनियागांव, तारापुर और टलनार के राशन दुकानों के खिलाफ विशेष तौर पर शिकायत की गई है, हालांकि बकावंड ब्लॉक की अन्य सभी राशन दुकानों पर भी सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों ने उचित जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
“बस्तर डगर” वेब पोर्टल के माध्यम से कलेक्टर को दी गई लिखित शिकायत के आधार पर खबर का प्रकाशन किया गया है। आगे भी सभी दुकानों की निगरानी कर, कार्डधारियों से जानकारी लेकर निरंतर खबरें प्रकाशित की जाएंगी।