बिहार चुनाव से पहले 51 लाख की इंटरस्टेट शराब जब्त, जशपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पंजाब-बिहार सिंडिकेट बेनकाब


नेशनल हाईवे पर दबिश, 6,588 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब पकड़ी, 2,100 KM का तस्करी रूट खुलासा
जशपुर, 6 अगस्त 2025।
बिहार चुनाव में खपाने के लिए ले जाई जा रही 51 लाख की अवैध अंग्रेजी शराब को जशपुर पुलिस ने धर दबोचा है। अंतरराज्यीय तस्करी सिंडिकेट के इस पूरे नेटवर्क को पुलिस ने जशपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नाकेबंदी कर पकड़ा। ट्रक में 734 कार्टूनों में भरकर 6,588 लीटर शराब बिहार भेजी जा रही थी, लेकिन पुलिस ने हाईवे पर घेराबंदी कर ट्रक समेत तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
5 महीने में दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई, पहले भी पकड़ी थी 1.5 करोड़ की शराब
जशपुर पुलिस के लिए यह कार्रवाई किसी बड़ी सफलता से कम नहीं है। बीते 5 महीनों में यह दूसरी बार है जब पुलिस ने इस इंटरस्टेट सिंडिकेट की कमर तोड़ी है। इससे पहले पुलिस ने 1 करोड़ 50 लाख की शराब की खेप जब्त की थी, जो इसी सिंडिकेट द्वारा पंजाब के चंडीगढ़ से भेजी गई थी।
हर 500-600 किलोमीटर पर बदलते हैं ड्राइवर, 45 हजार में डील
पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है कि तस्करी के इस नेटवर्क में ड्राइवरों की अदला-बदली हर 500-600 किलोमीटर पर होती है। पकड़े गए ट्रक ड्राइवर चिमाराम (26 वर्ष), जो राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है, उसे 45 हजार रुपए में यह ट्रक हिमाचल से झारखंड के रांची तक ले जाने की डील दी गई थी। ड्राइवर को कभी यह नहीं बताया जाता कि ट्रक में शराब लोड है, उसे सिर्फ लोकेशन दी जाती है और वहीं तक ट्रक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है।
मुखबिर के इनपुट से खुला पूरा नेटवर्क, जशपुर पुलिस ने बनाई थी खास रणनीति
दरअसल, 4 अगस्त की सुबह जशपुर पुलिस को पुख्ता इनपुट मिला कि ट्रक क्रमांक UP12AT1845 में भारी मात्रा में शराब लोड कर पंजाब से बिहार ले जाई जा रही है। सिटी कोतवाली प्रभारी आशीष कुमार तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई और आगडीह गांव के पास नेशनल हाईवे-43 पर नाकेबंदी की गई। ट्रक आते ही पुलिस ने उसे रोककर तलाशी ली और लाखों की शराब बरामद कर ली।
सिंडिकेट का पूरा रूट : चंडीगढ़ → हिमाचल → लखनऊ → अंबिकापुर → जशपुर → रांची → बिहार
ड्राइवर चिमाराम की मानें तो यह शराब पंजाब के चंडीगढ़ से लोड होती है। इसके बाद हिमाचल प्रदेश होते हुए यूपी के लखनऊ पहुंचती है। वहां से छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर, फिर जशपुर होते हुए झारखंड के रांची और अंत में बिहार की सीमा में दाखिल होती है। बिहार के पटना समेत कई जिलों में डिलीवरी के लिए यह शराब भेजी जा रही थी।
SSP बोले—बड़े तस्करी सिंडिकेट की जांच में जुटी पुलिस, जल्द होंगे और बड़े खुलासे
इस कार्रवाई पर जशपुर के SSP ने कहा कि यह एक बड़े इंटरस्टेट शराब तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा है, जो चुनाव के दौरान अवैध शराब की सप्लाई कर नेटवर्क को मजबूत कर रहा है। पुलिस ने तस्करी की इस चेन को तोड़ दिया है और अब इस सिंडिकेट के अन्य कड़ियों को भी चिन्हित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। आने वाले समय में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
चेतावनी : शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।