तेज रफ्तार वाहन ने 18 गायों को कुचला, 6 घायल — 13 दिन में दूसरा बड़ा हादसा, गौ सेवकों ने जताया आक्रोश

तेज रफ्तार वाहन ने 18 गायों को कुचला, 6 घायल — 13 दिन में दूसरा बड़ा हादसा, गौ सेवकों ने जताया आक्रोश
बिलासपुर, 28 जुलाई 2025:
रविवार रात छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मस्तूरी-रायपुर नेशनल हाईवे पर एक बार फिर लापरवाही का मंजर देखने को मिला। कड़ार-सारधा चौक के पास सड़क पर बैठे मवेशियों को एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने रौंद दिया, जिससे 18 गायों की मौके पर ही मौत हो गई और 5 से अधिक मवेशी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।
घटना की जानकारी सोमवार सुबह गौसेवकों को मिली, जिसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे और मृत मवेशियों का अंतिम संस्कार कराया। घायलों का इलाज भी कराया गया। आक्रोशित गौ सेवकों ने चकरभाठा थाने में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ FIR दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हादसे ने दोहराया दर्द: 13 दिन में 32 गायों की मौत
गौरतलब है कि 14 जुलाई को भी रतनपुर-पेंड्रा मार्ग पर इसी तरह की एक घटना में 14 गायों की जान गई थी। हाईकोर्ट ने 15 जुलाई को इस पर संज्ञान लेते हुए सरकार से पूछा था कि “सड़क पर मवेशी कब हटाओगे, बताओ।”
प्रशासन की कार्रवाई दिखावटी?
पिछले 15 दिनों से बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल सड़क पर बैठे मवेशियों को हटाने के लिए लगातार अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि मवेशियों को सड़क पर छोड़ने वाले गौपालकों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए। 14 जुलाई की घटना के बाद एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर वाहन चालक और मवेशी मालिक दोनों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद हालात जस के तस हैं।
गौ सेवकों की मांग
गौ सेवकों का कहना है कि प्रशासन की ओर से सिर्फ दिखावे की कार्रवाई की जा रही है। बार-बार चेतावनियों और हादसों के बावजूद मवेशियों को सड़कों से हटाने का कोई ठोस इंतजाम नहीं किया जा रहा। उन्होंने आरोपी वाहन चालक की जल्द गिरफ्तारी और घायल गायों के इलाज की उचित व्यवस्था की मांग की है।