छत्तीसगढ़ में मानसून का जोरदार आगमन: कई जिलों में भारी बारिश, रायपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी

छत्तीसगढ़ में मानसून का जोरदार आगमन: कई जिलों में भारी बारिश, रायपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी
रायपुर, 7 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। राजधानी रायपुर समेत बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर और सरगुजा में सुबह से रुक-रुक कर जोरदार बारिश हो रही है। कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। वहीं, उत्तर छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। विभाग ने रायपुर, कोंडागांव, कांकेर, बालोद, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर, बेमेतरा समेत 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
⚠️ अगले 3 घंटों में इन जिलों में चेतावनी:
कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम और मुंगेली में मेघगर्जन, आकाशीय बिजली, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा और मध्यम वर्षा की संभावना है।
🌧️ बीते 24 घंटे:
सरगुजा और बिलासपुर संभाग में अधिकांश जगहों पर बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई। अधिकतम तापमान 27.0°C (जगदलपुर) और न्यूनतम तापमान 20.6°C (दुर्ग) रिकॉर्ड किया गया।
🌦️ रायपुर में बारिश का हाल:
रविवार को राजधानी में मानसून की पहली झड़ी देखने को मिली। सुबह 8:30 से शाम 5:30 तक 17 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। स्थानीय पूर्वानुमान के अनुसार, 7 जुलाई को पूरे दिन आसमान मेघाच्छादित रहेगा और रुक-रुक कर वर्षा की संभावना है। अधिकतम तापमान 27°C और न्यूनतम 24°C के आसपास रहेगा।
🌀 सिनॉप्टिक सिस्टम की स्थिति:
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून द्रोणिका सूरतगढ़ से होते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली है। साथ ही एक निम्न दाब का क्षेत्र गंगेटिक पश्चिम बंगाल और आसपास बना हुआ है, जो अगले 48 घंटों में झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा। इससे बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है।
लोगों से अपील: मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और गैर जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है। विशेष रूप से बिजली गिरने की संभावना वाले इलाकों में सावधानी बरतें।
छत्तीसगढ़ में मानसून के इस चरण से किसानों को राहत जरूर मिलेगी, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जलभराव और यातायात प्रभावित हो सकता है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।