00जगदलपुर में शिक्षा सुधार को लेकर कलेक्टर हरिए एस ने दिए सख्त निर्देश, शून्य ड्रॉपआउट और मिशन 200 के तहत उत्कृष्ट परिणाम का रखा लक्ष्य00

00विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति, समय पर वितरण और शिक्षण व्यवस्था में सुधार को लेकर वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से दी गई अहम हिदायतें00
जगदलपुर, 20 जून 2025/
जगदलपुर के कलेक्टर हरिए एस ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जिले के शिक्षा विभाग के ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों और सभी स्कूलों के प्राचार्यों को आवश्यक निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दौरान उन्होंने शिक्षण संस्थानों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, शैक्षणिक गतिविधियों को नियमित और योजनाबद्ध करने तथा ड्रॉपआउट दर को जुलाई माह तक शून्य करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि गणवेश, पुस्तक और सायकल वितरण कार्य जुलाई माह तक हर हाल में पूर्ण हो, और छात्रों को समय पर सिलेबस के अनुसार पढ़ाई मिले। विद्यालयों में टाइम टेबल अनुसार पढ़ाई, पीटी परेड और खेलकूद गतिविधियों को भी नियमित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
मिशन 200 और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष जोर
कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम सुधार के लिए “मिशन 200” की घोषणा की गई, जिसके तहत 200 विद्यार्थियों को 93 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही, कुल विद्यार्थियों में से 80 प्रतिशत छात्रों को कम से कम 60 प्रतिशत अंक दिलाने की योजना पर कार्य करने के निर्देश दिए गए। इसके लिए शिक्षकों को अभी से रणनीति तैयार कर छात्रों को बेहतर परिणाम के लिए प्रेरित करने को कहा गया।
आधारभूत सुविधाओं और प्रमाणपत्रों पर भी सख्ती
कलेक्टर ने सभी स्कूल भवनों में स्वच्छता, शौचालयों में रनिंग वॉटर, बैठने की उचित व्यवस्था और नियमित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि एकल शिक्षक वाले स्कूलों में वैकल्पिक शिक्षक की व्यवस्था अनिवार्य हो ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
जाति प्रमाणपत्र को लेकर भी कलेक्टर ने दो सप्ताह के भीतर पूरी स्थिति की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए और भौतिक प्रमाणपत्रों को डिजिटल प्रमाणपत्रों में बदलवाने की बात कही। कक्षा पहली के बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र और सभी छात्रों का जाति प्रमाण पत्र तैयार करना अनिवार्य किया गया है।
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान से पर्यावरण जागरूकता
कलेक्टर ने कहा कि “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत जिले में 1.20 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके तहत छात्रों को पौधारोपण और उसकी देखरेख की जिम्मेदारी दी जाएगी। स्थानीय प्रजाति के पौधों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसके लिए उद्यानिकी एवं वन विभाग से समन्वय किया जाएगा।
अन्य निर्देश:
विद्यालय वार्षिक कैलेंडर तैयार कर उसका पालन सुनिश्चित किया जाए
विद्यार्थी सूचकांक अनिवार्य रूप से बनाया जाए
विनोबा ऐप का दैनिक उपयोग और आपसी शिक्षण संवाद को प्रोत्साहन मिले
शत-प्रतिशत प्रवेश और उपस्थिति दिनों में वृद्धि के लिए कार्य करें
मासिक मूल्यांकन एवं मॉनिटरिंग से शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाई जाए
इस बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल, डीएमसी अखिलेश मिश्र, एपीसी राकेश खापर्डे समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने अंत में अधिकारियों से अपील की कि 2025-26 शिक्षा सत्र को जिले के लिए उदाहरण बनाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को धरातल तक पहुंचाएं।